ज़ख्म को खुला रहने दो
दवाई कैसे रास्ता ढूंढ पायेगी
ज़ख्म भरेगा या बढ़ेगा
पता चलेगा, दवा कितनी रास आएगी
वोह दवा भी क्या दवा जो दर्द न दे
कड़वाहट में भी भरने का मज़ा है
जल्दी अगर त्याग दिया उसे
समझोगे वोह किसी कर्म कि सज़ा है
पर मलहम भी जब रास न आये
कोई दुआ जब काम न दे
ज़ख्म को वक़्त की देदो पनाह
देखो कैसे समय आराम न दे
दुआ भी मैं, दवा भी मैं,
समय का खेल है यह निराला
जिस मलहम की चाह में हम सारा जग निकले
उसे ही ज़ख्म यह जीवन का दे डाला
- Diary of an Oxymoron
दवाई कैसे रास्ता ढूंढ पायेगी
ज़ख्म भरेगा या बढ़ेगा
पता चलेगा, दवा कितनी रास आएगी
वोह दवा भी क्या दवा जो दर्द न दे
कड़वाहट में भी भरने का मज़ा है
जल्दी अगर त्याग दिया उसे
समझोगे वोह किसी कर्म कि सज़ा है
पर मलहम भी जब रास न आये
कोई दुआ जब काम न दे
ज़ख्म को वक़्त की देदो पनाह
देखो कैसे समय आराम न दे
दुआ भी मैं, दवा भी मैं,
समय का खेल है यह निराला
जिस मलहम की चाह में हम सारा जग निकले
उसे ही ज़ख्म यह जीवन का दे डाला
- Diary of an Oxymoron
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